Sunday, August 30, 2020

बस मेरा है तू

मेरी प्रेरणा है तू 
मेरी कल्पना है तू
क्या है, क्यूँ है 
मै नहीं जानती 
पर, मेरा है तू

कुछ धुंधला है
कुछ अनछुआ
कुछ खामोश सा है तू
मै नहीं जानती 
पर, मेरा है तू

कुछ बेमतलब सा है तू
कुछ मेरी आशाओ की परिभाषा सा है तू
मै जानती हूँ
बस मेरा है तू

नेहा 'अमृता'
राजकोट

दोस्ती

  कहाँ से शुरू करू  दोस्ती के मतलब बताना थाम ले जो हाथ  बिन मेरे कुछ बोले वो है असली दोस्त कहाँ से शुरू करू दोस्ती की दहलीज़  पर खड़े हो कर  ब...